क्रेडिट स्कोर और लोन की रकम सहित इन 5 बातों पर निर्भर करती है आपके होम लोन की ब्याज दर

इन दिनों अगर आप घर खरीदने का प्लान बना रहे हैं और इसके लिए होम लोन लेना चाहते हैं तो इससे पहले आपका ये जानना बहुत जरूरी है कि लोन की ब्याज दरें किन बातों पर निर्भर करता है। बैंक किसी भी व्यक्ति को होम लोन देने से पहले कई बातों पर ध्यान देता है। इन बातों के आधार पर ही लोन की रकम और उस पर लगने वाली ब्याज दर निर्भर करती है। यहां हम आपको उन 5 बातों के बारे में बता रहे हैं जो होम लोन की ब्याज दर को प्रभावित करते हैं।


लोन अमाउंट
SBI बैंक में होन लोन की 3 लिमिट हैं इसके तहत 30 लाख तक के लोन पर 7, 30 से 75 लाख तक का लोन 7.25 और 75 लाख से ज्यादा राशि का लोन लेने पर आपको 7.35 फीसदी सालाना ब्याज दर के हिसाब से ब्याज चुकाना होता है। यानी आपके लोन की ब्याज दर आपके लोन अमाउंट के हिसाब से रहती है।


क्रेडिट स्कोर
किसी भी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर बहुत हद तक उसकी होम लोन एलिजिबिलिटी को प्रभावित करता है। क्रेडिट स्कोर कई खास क्रेडिट प्रोफाइलिंग कंपनियों की तरफ से तय किया जाता है। इसमें यह देखा जाता है कि आपने पहले लोन लिया है या क्रेडिट कार्ड आदि का इस्‍तेमाल किस प्रकार किया है। किसी भी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर रीपेमेंट इतिहास, क्रेडिट इस्तेमाल का अनुपात, मौजूदा लोन और बिलों के समय पर पेमेंट से पता चलता है।


प्रोफेशन
होम लोन की ब्याज दरों पर इस बात से भी फर्क पड़ता है कि होम लोन लेने वाला व्यक्ति को सैलरी मिलती है या नहीं। ज्यादातर केस में नॉन सैलरी वाले लोगों के लिए होम लोन की ब्याज दरें 15 बेसिस प्वॉइंट महंगी होती है।


महिला कर्जदार को सस्ता मिलता है लोन
अगर होम लोन किसी महिला द्वारा लिया जाता है तो उन्हें पुरूषों के मुकाबले सस्ता होम लोन मिलता है। महिलाओं को 5 बेसिस प्वॉइंट सस्ता होम लोन मिलता है, इसलिए कोशिश कीजिए की होम लोन लेते वक्त पहली एप्लीकेंट महिला हो।


इंटरेस्ट प्लान
बैंक तीन तरह के इंटरेस्ट प्लान ऑफर करता है। यह तीन प्लान फिक्स्ड इंटरेस्ट, फ्लोटिंग इंटरेस्ट और फ्लेक्सी इंटरेस्ट प्लान होते हैं। यह भी आपकी ब्याज दर पर असर डालती हैं। फिक्स्ड होम लोन प्लान में बैंक फिक्स्ड इंटरेस्ट चार्ज करते हैं। मसलन आपको बैंक से एक तय रेट पर होम लोन मिलता है। फ्लोटिंग होम लोन प्लान में ब्याज बैंक के बेस रेट से लिंक्ड होता है। इस कारण बेस रेट में बदलाव होने से ब्याज दर घट या बढ़ जाती है। फ्लेक्सी होम लोन प्लान फ्लोटिंग और फिक्स्ड प्लान का मिला जुला रूप है। इस प्लान को हाइब्रिड होम लोन प्लान भी कहा जाता है। इसमें सबसे खास बात यह है कि ग्राहक अपनी जरूरत अनुसार लोन अवधि के बीच में अपना प्लान फिक्ड्रू या फ्लोटिंग में बदलवा सकता है।



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बैंक किसी भी व्यक्ति को होम लोन देने से पहले कई बातों पर ध्यान देता है


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