क्यों शेयरों को किया जाता है बायबैक और इससे निवेशकों को क्या होता है फायदा, जानिए टीसीएस के 16 हजार करोड़ रुपए के बायबैक का मतलब

आप अगर शेयरों में निवेश करते हैं तो आपको इसमें कई तरह के फायदे होते हैं। आप सोचते होंगे कि केवल शेयर की कीमतों के बढ़ने से ही आपको फायदा होता है, लेकिन ऐसा नहीं है। दरअसल जो कंपनियां बाजार में लिस्ट होती हैं वे साल में या जब भी उनको लगता है कई तरह के लाभ देती हैं। इसमें डिविडेंड, बायबैक, बोनस और फिर शेयरों के बढ़ने का लाभ भी होता है।

इसी में से हम आपको बता रहे हैं कि बायबैक से आपको कितना फायदा या नुकसान होता है।

बायबैक क्या होता है

बायबैक का मतलब जब कोई कंपनी अपने शेयरों को बाजार से वापस खरीदती है।

बायबैक कब और क्यों किया जाता है

बायबैक अमूमन तब किया जाता है जब किसी कंपनी के पास कैश पैसा हो। यानी वह इस पैसे से बाजार में अपने शेयरों को वापस खरीदती है। इसका कोई समय या नियम नहीं है कि कब करना चाहिए या क्यों करना चाहिए। कंपनी के ऊपर है कि उसे जब लगे कि उसके पास कैश है, वह कर सकती है। बायबैक इसलिए किया जाता है क्योंकि इससे कंपनी में प्रमोटर की होल्डिंग बढ़ जाती है।

क्या बायबैक नहीं करने से कोई जोखिम भी होता है

हां, यह तब होता है जब मान लीजिए कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत से नीचे हो। ऐसी स्थिति में अगर खुले बाजार से किसी ने ज्यादा शेयर खरीद लिया यानी प्रमोटर से ज्यादा हिस्सेदारी उसकी हो गई तो कंपनी पर नियंत्रण में प्रमोटर्स को दिक्कत हो सकती है।

टाटा समूह शापुरजी की हिस्सेदारी खरीद कर कम करेगा जोखिम

जैसा हाल में टाटा समूह ने कहा है। दरअसल टाटा संस में शापुर जी पालनजी अपनी 18 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी बेच कर पैसा जुटाना चाहते हैं। अब अगर कोई और कंपनी यह हिस्सेदारी खरीदती है और पहले से उसके पास टाटा संस की हिस्सेदारी है तो हो सकता है कि वह कंपनी में ज्यादा हिस्सेदारी लेकर नियंत्रण पा ले या बोर्ड में डायरेक्टर बिठा दे। टाटा समूह ने यही बात कही है कि वह इस तरह की स्थिति नहीं आने देना चाहता है और वह शापुर जी पालन जी की हिस्सेदारी खरीदने को तैयार है।

बायबैक से कंपनी और निवेशक को क्या फायदा या नुकसान होता है

कंपनी को तो कोई नुकसान नहीं होता है। बल्कि कंपनी के लिए यह उसके नियंत्रण के रूप में और मजबूत होता है। निवेशकों के लिए भी यह ज्यादातर मामलों में फायदा वाला होता है। लेकिन कभी-कभी कंपनियां जान बूझकर इस तरह के भाव पर बायबैक करती हैं जिसमें निवेशकों को घाटा भी होता है।

टीसीएस में फायदा लेकिन वेदांता में घाटा होगा

उदाहरण के तौर पर दो कंपनी लेते हैं। टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस (टीसीएस) ने बुधवार को बायबैक घोषित किया है। यह कंपनी 3,000 रुपए प्रति शेयर पर बायबैक करेगी। बुधवार को कंपनी का शेयर 2,769 रुपए पर बंद हुआ है। ऐसे में निवेशकों को 9.5 प्रतिशत का लाभ मिलेगा। दूसरी कंपनी वेदांता लिमिटेड है। इसने 87 रुपए पर बायबैक लाने का फैसला किया था। इसका शेयर हाल में 135 रुपए पर कारोबार कर रहा था। अब इसमें निवेशकों को 48 रुपए प्रति शेयर का घाटा होगा।

इस तरह से इसमें फायदा और घाटा दोनों है। लेकिन अगर आप अच्छी कंपनी के निवेशक हैं तो यह हमेशा प्रीमियम पर ही बायबैक लाती हैं। ऐसी कंपनियों का मकसद निवेशकों को लाभ देना होता है।

अभी किस-किस कंपनी के बायबैक आने हैं और क्या अभी शेयर खरीदने पर फायदा होगा

ऐसा नहीं होता है कि कंपनी ने बायबैक अनाउंस किया तो आप शेयर खरीदेंगे और आपको फायदा होगा। दरअसल कंपनी एक तारीख तय करती है। यानी इस तारीख से पहले अगर आपके पास शेयर हैं तो आप अपने शेयर को बायबैक में बेच सकते हैं। अगर उसके बाद शेयर खरीदे हैं तो यह बायबैक में नहीं बिकेगा।

धानुका एग्रोटेक लाएगी बायबैक

फिलहाल धानुका एग्रोटेक बायबैक लेकर आ रही है। इसका शेयर इस समय 740 रुपए पर है। बायबैक एक हजार रुपए पर आएगा। हाल में यह शेयर 935 रुपए तक चला गया था। वेदांता लिमिटेड ने 87 रुपए पर बायबैक घोषित किया है। इसके शेयर का भाव हाल में 123 रुपए पर है। इसमें निवेशकों को घाटा है।

विप्रो 13 अक्टूबर को घोषित करेगी बायबैक का डिटेल्स

आईटी कंपनी विप्रो भी 13 अक्टूबर को बायबैक की घोषणा करेगी। इसी दिन इसके फाइनेंशियल रिजल्ट आने हैं। यह पता तभी चलेगा कि कंपनी किस भाव पर और कितने करोड़ शेयरों का बायबैक करेगी। मजेस्को भी बायबैक ला रही है। इसकी घोषणा आज यानी 8 अक्टूबर को की जाएगी। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को यह जानकारी दी है। किस भाव पर आएगा इसका पता आज ही चलेगा।

टीसीएस का बायबैक किस तरह का है

टीसीएस कुल 16 हजार करोड़ रुपए के मूल्य के शेयरों की खरीदी करेगी। कंपनी हर दो साल में बायबैक करती है। इससे शेयर धारकों को लाभ होता है। जैसे इस समय जो बायबैक हो रहा है उसमें शेयर धारकों से 9.5 प्रतिशत ज्यादा मूल्य पर शेयर खरीदा जाएगा। हालांकि टीसीएस के बायबैक में शेयरों की कीमत से बहुत ज्यादा आपको फायदा हो या न हो, लेकिन कंपनी डिविडेंड से शेयर धारकों को जबरदस्त फायदा देती है।

12 रुपए का डिविडेंड देगी टीसीएस

बुधवार को इसने 12 रुपए प्रति शेयर का डिविडेंड भी घोषित किया है। यानी बायबैक के साथ डिविडेंड, यह डबल लाभ आपको मिलेगा। इसके बाद तीसरा फायदा आपको प्रति शेयर आय (ईपीएस) के रूप में मिलेगा। क्योंकि जब कंपनी के शेयरों की संख्या बाजार में कम होगी तो प्रति शेयर आय बढ़ जाएगी। यह प्रति शेयर आय कम नंबर के शेयरों में बांटी जाएगी।

इस साल की यह पहली आईटी कंपनी जो बायबैक घोषित की है

वित्त वर्ष 2021 में टीसीएस पहली आईटी कंपनी है जो बायबैक लाने की घोषणा की है। इससे पहले कंपनी ने 2018 में बायबैक लाया था। कंपनी बायबैक में 5.33 करोड़ शेयरों की खरीदी करेगी। 3000 रुपए प्रति शेयर के भाव से यह 16 हजार करोड़ रुपए होगा। यानी कंपनी को 16 हजार करोड़ रुपए शेयरों की खरीदी पर खर्च करना होगा। कंपनी का मार्केट कैप बुधवार को 10.27 लाख करोड़ रुपए था और इस आधार पर एम कैप के करीबन 1.55 प्रतिशत के बराबर बायबैक होगा।

टीसीएस का लाभ घटा, बावजूद डिविडेंड देगी कंपनी

टीसीएस का हालांकि शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में 7 प्रतिशत गिरकर 7,475 करोड़ रुपए रहा है। एक साल पहले इसी तिमाही में यह 8,042 करोड़ रुपए था। इसका रेवेन्यू 40 हजार 135 करोड़ रुपए था। कंपनी ने सितंबर तिमाही में कुल 8.6 अरब डॉलर की डील हासिल की थी।

6 महीने में दोगुना का लाभ

कंपनी का शेयर 6 महीने में करीबन दोगुना बढ़ा है। 13 मार्च को इसका शेयर 1,504 रुपए था जो अब 2769 रुपए पर है। बुधवार को इसका शेयर एक साल के उच्च स्तर पर पहुंचा जो 2,769 रुपए है।



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टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस बायबैक में 5.33 करोड़ शेयरों की खरीदी करेगी। 3000 रुपए प्रति शेयर के भाव से यह 16 हजार करोड़ रुपए होगा


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