बीते सप्ताह पेटीएम और गूगल के बीच विवाद के चलते फिनटेक कंपनियों पर चर्चा तेज हुई है। पेटीएम ने गूगल पर आरोप लगाया है कि, गूगल भारत की डिजिटल इकोसिस्टम पर हावी होना चाहती है। डिजिटल इकोसिस्टम पर हावी होने की बात इसलिए सामने आई है क्योंकि भारत में फिनटेक सेक्टर में ग्रोथ की रफ्तार अन्य देशों के मुकाबले तेजी बढ़ रही है। इसका ही असर रहा कि 2019 की चौथी तिमाही में फिनटेक इन्वेस्टमेंट 1.47 लाख करोड़ रु. तक पहुंच गया। इस सेक्टर को कोरोना महामारी का भी सपोर्ट मिला है।
सबसे पहले जानते है फिनटेक के बारे में -
फाइनेंशियल टेकनोलॉजी को ही शॉर्टफार्म में फिनटेक कहा जाता है। फिनटेक का उपयोग नई टेकनोलॉजी का यूज फाइनेंशियल सर्विसेज को बेहतर बनाने और ऑटोमेट करने के लिए किया जाता है। यानी फिनटेक से कंपनियों, बिजनेस ओनर और कंज्यूमर को अपने फाइनेंशियल ऑपरेशन, प्रोसेस को बेहतर ढंग से मैनेज करने में मदद मिलती है। इसमें खास सॉफ्टवेयर और एल्गोरिदम का उपयोग किया जाता है, जो कंप्यूटर और स्मार्टफोन में यूज होता है।
कैसा है भारतीय फिनटेक मार्केट -
भारत में 2016 में नोटबंदी के बाद से ही ऑनलाइन पेमेंट का कारोबार रफ्तार पकड़ लिया था, जिसे 2020 में कोरोना महामारी का सहारा मिला। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, भारत में जब कोरोना के कारण इकोनॉमी की हालत बिगड़ रही है, तो इस दौरान फिनटेक स्टार्टअप में निवेश तेजी से बढ़ा है।
जून 2020 तक फिनटेक इन्वेस्टमेंट पिछले साल की 1,700 मिलियन डॉलर (12.52 हजार करोड़ रु.) निवेश के मुकाबले दोगुना हुआ है। इसमें 2019 की चौथी तिमाही में पेटीएम को 1.4 बिलियन डॉलर (10.31 हजार करोड़ रु.) का निवेश मिला था। जो भारत की ऑनलाइन पेमेंट मार्केट में 50 फीसदी की हिस्सेदारी रखती है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना महामारी के चलते इस साल की दूसरी छमाही में फिनटेक इन्वेस्टमेंट और बढ़ सकता है। अनुमान के मुताबिक 2023-24 तक भारत का डिजिटल पेमेंट मार्केट 4,323 लाख करोड़ रुपए तक बढ़ने का अनुमान है। रिपोर्ट में यह माना गया है कि फिनटेक में बढ़ते निवेश की रफ्तार की वजह बढ़ता डिजिटल ट्रेंड है।
आइए जानें 5 भारतीय फिनटेक कंपनियों के बारे में -
पेटीएम (Paytm) - भारत में ऑनलाइन पेमेंट कारोबार में पेटीएम की हिस्सेदारी 50 फीसदी की है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबी) के मुताबिक 2019 में समाप्त वित्त वर्ष में मोबाइल कारोबार में पेटीएम की हिस्सेदारी 19 फीसदी की रही। 2019 की चौथी तिमाही में पेटीएम ने 1.4 बिलियन डॉलर की रकम जुटाई है।
पेटीएम की पैरेंट कंपनी का नाम वन97 कम्युनिकेशन (One97 Communications) है। यह मूल रूप से भारतीय पेमेंट कंपनी है। इसमें इंटेल कैपिटल (Intel Capital), सफायर वेंचर्स (Sapphire Ventures) और अलीबाबा ग्रुप (Alibaba Group) का निवेश है। सीबी इनसाइट्स के मुताबिक वन97 कम्युनिकेशन का मार्केट वैल्यू 16 बिलियन डॉलर का है। यह भारत की मोस्ट वैल्यूएबल स्टार्टअप है।
भारत पे (Bharatpe) - डिजिटल पेमेंट स्टार्टअप भारत पे (Bharatpe) भी खुद को फिनटेक लैंडस्केप में आगे बढ़ा रहा है। कंपनी का कहना है कि 35 शहरों में उसके 40 लाख मर्चेंट हो चुके हैं। तीन साल पुराने इस स्टार्टअप ने चार इनवेस्टमेंट राउंड करीब 142.5 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया है। वर्तमान में पेमेंट वॉल्यूम 3.5 बिलियन डॉलर का है।
कंपनी का कहना है कि 2019 में कंपनी 30 फीसदी ग्रो की है। भारत पे में कुल 12 निवेशकों ने निवेश किया है। इसमें कोटू (Coatue) और रिबिट कैपिटल (Ribbit Capital) ने हाल ही में 75 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।
क्रेड (CRED) - दो साल से भी कम समय में क्रेड ने फिनटेक सेक्टर में अच्छा नाम कमाया है। यह एक क्रेडिट कार्ड पेमेंट फर्म है। इसे फ्रीचार्ज (Freecharge) के फाउंडर कुनाल शाह द्वारा चलाया जा रहा है। इस स्टार्टअप ने करीब 175.5 मिलियन डॉलर की रकम जुटाई है। इसमें जेमिनी इन्वेस्टमेंट (Gemini Investments), रिबिट कैपिटल (Ribbit Capital) और सीकोइआ कैपिटल इंडिया (Sequoia Capital India) ने जुलाई, 2019 में 120 मिलियन डॉलर का निवेश किया था।
कंपनी के पास कुल 30 लाख यूजर्स हैं। रेग्यूलेटरी फाइलिंग के मुताबिक वित्त वर्ष 2019 में कंपनी का रेवन्यू निल था। 19 सितंबर से यूएई में चल रहे आईपीएल की ऑफिशियल पार्टनर भी है। बीसीसीआई और क्रेड के बीच यह करार तीन सालों के लिए हुआ है।
ग्रो (Groww) - ग्रो एक स्टॉकब्रोकिंग स्टार्टअप है। कंपनी के साथ 40 लाख यूजर्स जुड़े हुए हैं। स्टार्टअप में कुल 15 निवेशकों ने 59.2 मिलियन डॉलर की रकम इन्वेस्ट किया है। 10 सितंबर 2020 को स्टार्टअप में Y Combinator Continuity Fund ने 30 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। स्टार्टअप में 251-500 कर्मचारी काम करते हैं। इसके चार फाउंडर हर्ष जैन, इशान बंसल, नीरज सिंह और ललित केश्रे हैं।
खाताबुक (Khatabook) - खाताबुक के टार्गेट ऑडियंस स्माल और मीडियम कारोबारी हैं। यह स्टार्टअप बिजनेस ओनर को अकाउंट मैनेज करने में मदद करता है। कंपनी के मुताबिक खाताबुक प्लेटफॉर्म पर 80 लाख मर्चेंट जुड़े हुए हैं। इसमें से 10 लाख मर्चेंट रोज अपना अकाउंट अपडेट करते हैं, जिससे 20 करोड़ डॉलर की रकम रोज ट्रांजेक्शन होता है।
स्टार्टअप में कुल 29 इनवेस्टर्स ने 173 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। इसमें कर्मचारियों की संख्या 100-250 के बीच है। हाल ही में इसमें आरटीपी ग्लोबल (RTP Global) और टेनसेंट होल्डिंग (Tencent Holdings) ने निवेश किया है। इसमें भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी निवेश किया है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/30dwZHc
No comments:
Post a Comment